Quantcast
Channel: Xossip
Viewing all articles
Browse latest Browse all 60709

Adultery - होली

$
0
0
दोस्तों में यहाँ पहली बार कोई अपना एक निजी किस्सा बताने जा रहा हूँ ! ये घटना मेरे साथ आज से कोई ३ साल पहले हुई थी ! तब हम दिल्ली की एक छोटी सी कालोनी में किराये के कमरे में रहते थे ! हम से मतलब में मेरी बीवी , हमारा एक कमरे का मकान था जिसमे किचन बाथरूम अलग थे ! दरअसल मुझे दिल्ली कुछ समय के लिए रहना था क्योकि मेरा यहाँ ट्रांसफर १ साल के लिए हुआ था इसीलिए मैंने एक काम चलाऊ कमरा किराये पर लिया था हालाँकि वो जगह काफी साफ़ सुथरी थी ! मकान मालिक भी अच्छे लोग थे ! बस ये था की वो इलाका थोडा सा बदनाम था गुंडागर्दी के लिए ! कुछ शरारती लोग वहां बदमाशी किया करते थे ! जिस गली में मैंने कमरा लिया था उसी गली में ३ - ४ थोड़े हरामी किस्म के लोग थे उनकी उम्र कोई २६ - २७ साल के आसपास रही होगी खा पी कर तंदरुस्त बने हुए थे बस उनका कुछ काम नहीं था बस बदमाशी के अलावा ! वहां के लोकल नेता का हाथ उन पर था इसलिए कोई उनसे उलझता नहीं था ! मेरे मकान मालिक ने भी मुझे वहां आते की उनसे दूर रहने की हिदायत दे डाली थी ! वैसे भी मेरा क्या मतलब था उनके साथ रहने का में सुबह ऑफिस जाता और रात ९ - १० बजे से पहले घर नहीं आता था ! मेरी बीवी भी मकान मालिक की बीवी के साथ ही रहती थी बस एक संडे का ही दिन होता था तो में दिन भर घर पर या तो टी वी देख कर या फिर मकान मालिक के साथ बीअर पी कर निकाल देता था ! मेरा बेटा पास ही में एक प्ले स्कूल में जाता था !
ये तो हुई मेरी सामान्य बातें अब में काम की बात पर आता हूँ ! मेरा नाम मोहित है में पंजाब का रहने वाला हूँ मेरी बीवी का नाम सोनिया चावला है ! हम दोनों की ही ज़िन्दगी बहुत अच्छे से कट रही थी ! एक दिन में रात को में अपने ऑफिस से घर आया तो सोनिया ने बताया की आज दिन में स्कूल से घर आते हुए मेरे बेटे को बहुत चोट लग गयी थी मेरा बेटा बहुत शरारती है सड़क पर दौड़ते हुए किसी बाइक वाले ने उसे टक्कर मार दी थी ! मेरी बीवी ने बताया के हमारी ही गली के कुछ लड़कों ने उसकी मदद की मेरे बेटे को हॉस्पिटल पहुचाने की और वो ही उसे वही घर पर भी लेकर आये ! मैंने सोचा हमारी गली में कौन ऐसा भला आदमी आ गया ! मैंने अपनी बीवी से उसका नाम पूछा तो वो बोली की उसके दोस्त उसे सुन्दर भाई कह रहे थे !
मैंने कहा उसके दोस्त मतलब ! उसने बताया की उसके के साथ उसके दो दोस्त और थे ! चलो अच्छा है कम से कम कोई तो हमारी गली में है जो भला आदमी है !
"तुमने उसे चाय नाश्ता कराया या नहीं " मैंने अपनी बीवी से पूछा
"मैंने काफी कहा पर वो रुके ही नहीं और चले गए और कह गए है आपके पति के साथ ही किसी दिन बैठेंगे"
मुझे बताओ कौन सा घर है में उन्हें जाकर थोडा अपने तरीके से धन्यवाद दे आता हूँ ! मेरी बीवी ने मुझे उनका घर बताया और में उनके घर की तरफ चल दिया
उनके घर पहुच कर पता चला वो घर पर नहीं है पूछने पर पता चला के वो पार्क में है में पार्क जो पास ही था वह चला गया
वह जाकर मुझे उन्हें तलाश करने में परेशानी नहीं हुई मैंने वह एक से पूछा तो उसने बता दिया
जब मैंने उसे देखा तो में थोडा सा परेशान हो गया ! वो वही गुंडे लोग थे जिनसे में सब डरते थे पर फिर मैंने सोचा एक बार इनको थोडा दारू पिला देता हूँ फिर कभी बात नहीं करूँगा !
मैंने उन्हें अपना परिचय दिया तो उन्होंने मुझे भी वही बैठा लिया ! वो सब दारू पी रहे थे ! ज़बरदस्ती मुझे भी पेग बना के पिला दिए !
वहां बातों ही बातों में मैंने उन्हें भी एक पार्टी का न्योता दे दिया ! वही उसी पार्क में !
अगले दिन मैंने वही पार्क में उन्हें दारू की पार्टी दी ! बातों से तो वो सब मुझे भले ही लगे हा बस गलियां ज्यादा दे रहे थे हर बात में माँ बहन की
पर मैंने कहा मेरा क्या जाता है वैसे भी में रात को घर आता हूँ तो अकेले पीने से अच्छा है इनके साथ पी ली जाये और टाइम पास भी हो जाएगा
फिर तो आम तौर पर में वही पार्क में उन तीनो के साथ पिने लगा !
उनमे एक सुन्दर था उसे सब सुन्दर भाई कहते थे दूसरा विकास और तीसरा फैसल !
तीनो ही काफी लम्बे चौड़े थे ! उन्हें देख कर तो कोई वैसे ही डर जाये पर मैंने ये भी देखा की वो बिना बात के किसी को परेशान नहीं करते !
अभी कुछ दिनों बाद होली का त्योंहार आने वाला था ! मेरे बेटे के प्ले स्कूल की भी छुट्टियाँ पड़ चुकी थी तो मैंने उसे उसके दादा दादी के पास भेज दिया !

होली के दिन में अपने घर पर सुबह सुबह ही बीअर पीना शुरू कर चूका था ! सोनिया ने आज पकोड़े तले थे ! मकान मालिक भी मेरे यहाँ आकर थोड़ी सी पी कर चला गया उसका परिवार भी होली पर अपने गाँव गया हुआ था उसने भी मेरे साथ पी और वो भी अपने किसी रिश्तेदार के यहाँ होली खेलने चला गया अब पुरे मकान पर में और मेरी बीवी रह गए थे
हम दोनों ने भी खूब जम कर होली खेली मेरी बीवी ने भी आज थोड़ी सी बीअर पी ली थी तो उसे भी सरुर चड़ा हुआ था ! वो भी आज मेरे साथ पूरी मस्ती कर रही थी !
उसने साड़ी पहनी हुई थी जिस पर बिना बाँहों का ब्लाउस था वो भी लो नेक का ! बहुत ही सेक्सी लग रही थी
हम दोनों ऐसे ही मस्ती करते रहे मैंने कुछ ज्यादा ही पी ली थी मेरा सर घूमने लगा था ! मिने सोचा थोडा सा नींद पूरी कर लीं !
ये सोच कर में सोने के लिए जा ही रहा था तभी दरवाजे पर दस्तक हुई ! मैंने सोचा अब कौन आया होगा !
मैंने दरवाज़ा खोला तो बहार सुन्दर खड़ा था !
सने आते ही मुझे गले लगा लिया और मुझे रंग लगाने लगा ! मैंने भी उसे जवाब में रंग लगा दिया
वो अन्दर आया और वही बैठ गया वो अपने साथ एक दारू की बोतल लाया था ! वो खुद ही किचन में गया और वह से दो ग्लास उठा लाया ! मेरा वैसे ही सर घूम रहा था ऊपर से और दारू मुझे तो उलटी आने को हो रही थी पर उसने जबरदस्ती मुझे एक पेग पिला ही दिया अब तो मेरा बुरा हाल था ! में वही लेट गया ! सुन्दर ने सोनिया से कुछ खाने के कहा ! तो सोनिया किचन से पकोड़े ले आई !
मैं नशे में तो था पर मेरा ध्यान सुन्दर की तरफ ही था ! आदमी चाहे जितना भी अच्छा हो दुसरे की बीवी को देखकर उसके मुह में लार टपकने लगती है ! मैंने ध्यान दिया की वो बार बार सोनिया के उरोजो की तरफ ही देख रहा था ! जब सोनिया उसे पकोड़े देने झुकी तो वो उसके ब्लाउस में दिखती उरोजो की लकीर को देख रहा था ! और जब सोनिया किचन की तरफ जाने लगी तब उसकी हिलते हुए कुलहो को घूरे जा रहा था ! मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था पर में कुछ नहीं बोला ! तभी उसका फोन बजा उसने बात करते करते कहा की वो भी मोहित के घर आजाये ! मुझे फिर गुस्सा आया की वो बिना मुझसे पूछे किसी को ऐसे कैसे मेरे घर बुला सकता है. उसने बताया की विकास और फैसल भी आ रहे है ! मैंने सोचा चलो वो तो जानं पहचान के ही है !
थोड़ी देर में वो दोनों भी आ गए मैंने उन दोनों को भी रंग लगाया और होली मुबारक की अब वो तीनो दारू पिने लगे और मुझे भी एक पेग पिला ही दिया अब तो में बिलकुल बेहोश होने लगा था ! में बाथरूम में गया और वहा से उलटी करके वापस आ गया ! अब थोडा सा राहत मिली !
पर सर अब भी घूम रहा था !
मैं थोड़ी देर के लिए लेट गया ! अब वो सोनिया से बातें करने लगे !
बातें करते करते विकास बोला यार होली का मज़ा तो भाभी के साथ ही आता है जब तक होली पर किसी भाभी को रंग नहीं लगाया तो क्या खाक होली खेली !
सोनिया ने कहा आपने गुलाल लगाना है तो कोई बात नहीं पर अगर आपने कोई पक्का रंग लगाया तो अच्छा नहीं होगा !
उन्होंने कहा नहीं भाभी हम कोई पक्का रंग नहीं लगाएँगे ! सुन्दर सबसे पहले उठा और सोनिया के गलों पर रंग लगाने लगा उसने सोनिया का पूरा चेहरा गुलाल से रंग दिया ! अभी वो रंग लगा ही रहा था की विकास भी पीछे से आकर सोनिया के मुहं पर गुलाल मलने लगा सोनिया को इसकी उम्मीद नहीं थी तो वो विकास से बचने के लिए थोडा झुकी ! विकास ने उसके चेहरे को कस के पकड़ा हुआ था सोनिया ने जब अपना सर झुकाया तो विकास भी थोडा खीच कर आगे को हो गया और उसका अगला भाग सोनिया के कूल्हों के साथ सट गया ! सोनिया ने किसी तरह अपने आप को उन दोनों से छुड़ाया और अलग हुई ! मैंने लेते हुए देखा के विकास की पेंट का अगला हिस्सा उभरा हुआ था मतलब उसका लिंग उत्तेजित हो चूका था ! सोनिया ने सोचा होगा अब इनकी होली ख़तम हुई तो अब बस पर तभी फैसल भी खड़ा हो गया और सोनिया की तरफ बदने लगा
उसके हाथ में एक पैकट सोनिया ने देखा तो वो चिल्ला पड़ी नहीं ये नहीं !!!! वो पक्का रंग था ! फैसल बोला भाभी कोई बात नहीं एक बार नहाते ही ये सब उतर जाएगा ! वो सोनिया की तरफ बदने लगा ! मुझे गुस्सा तो आ रहा था पर एक चीज़ मैंने नोट की की ये सब देख कर में भी बहुत उत्तेजित हो रहा था ! और मेरा भी लंड बुरी तरह खड़ा हो चूका था !मैंने सोच चलो अब देखते है आगे ये क्या करते है मैं वैसे ही बिस्तर पर आँखें बंद करके पड़ा रहा !
फैसल ने सोनिया को आखिर दबोच ही लिया और उसके चहरे पर रंग लगाने लगा ! सोनिया ने बहुत कोशिश की अपने आप को बचाने की पर फैसल के आगे उसकी एक न चली ! उसने बुरी तरह उसका चेहरा रंग दिया ! ये देख कर विकास और सुन्दर भी फैसल से रंग ले कर आ गए और सोनिया को रंग लगाने के लिए उसको घेरने लगे ! अब तो सोनिया ने वहा से भागने में ही भलाई समझी ! वो किचन की तरफ भागने लगी ! पर विकास ने उसका रास्ता रोक लिया और उसके हाथों पर रंग लगाने लगा इस धक्का मुक्की में कई बार उस का हाथ सोनिया के स्तनों को छू जाता ! अब सुन्दर और फैसल भी सोनिया को रंग लगाने को उसके पास आ गए !

Viewing all articles
Browse latest Browse all 60709

Trending Articles